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राजस्थान में उद्योग | Industry in Rajasthan

राजस्थान में उद्योग (Industry in Rajasthan)

राजस्थान में उद्योग

1956 में एकीकरण के समय राजस्थान में 11 वृह्द उद्योग तथा 207 पंजीकृत कारखाने थे ׀  इन 11  वृहत  उद्योगों में 7 सूती वस्त्र मिल्स, 2 शक्कर उद्योग, 2सीमेंट उद्योग थे ׀

 दूसरी पंचवर्षीय योजना के अंतर्गत सर्वप्रथम औद्योगिक विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई׀

 सर्वाधिक औद्योगिक इकाइयां जयपुर में है׀

 जैसलमेर एवं बांरा  में न्यूनतम औद्योगिक इकाइयां हैं׀

 जयपुर एवं  भिवाड़ी( अलवर) वृहद एवं मध्यम उद्योग इकाइयों की दृष्टि से अग्रणी है׀

 भिवाड़ी में सर्वाधिक बहुराष्ट्रीय कंपनी स्थित हैं׀

 सर्वाधिक पंजीकृत फैक्ट्रियां क्रमशः जयपुर एवं जोधपुर में हैं׀

राज्य में सार्वजनिक उपक्रमों की दशा सुधारने के लिए सुझाव देने हेतु गठित समिति- अर्जुन सेनगुप्ता समिति

सूती वस्त्र उद्योग

  • अविभाजित भारत में ढाका की मलमल विश्व प्रसिद्ध थी׀
  • सूती वस्त्र उद्योग राजस्थान में सबसे प्राचीन संगठित उद्योग हैं׀
  • यह उद्योग कृषि पर सर्वाधिक आधारित है׀
  • श्रीगंगानगर में सर्वश्रेष्ठ किस्म की कपास बोई जाती है एवं सर्वाधिक उत्पादन होता है׀ यहां विश्व बैंक की सहायता से सरकारी क्षेत्र में कॉटन कॉन्पलेक्स की स्थापना की गई है׀
  • बहरोड़( अलवर) मैं सिंथेटिक फाइबर की एक मेल स्थापित की गई है׀
  • भीलवाड़ा में सर्वाधिक सूती वस्त्र मिले हैं׀ जिस कारण भीलवाड़ा को राजस्थान का मैनचेस्टर कहा जाता है׀ यहां कंप्यूटर एडेड डिजाइन सेट( पावरलूम उद्योग में) स्थापित किया गया है׀
  • श्री कृष्णा मिल्स ब्यावर की स्थापना सेठ दामोदर दास द्वारा की गई׀ यह राज्य की प्रथम सूती मिल( निजी क्षेत्र में 1890 में स्थापित) है׀ यह मिल्स कार्यशील करघों की दृष्टि से सबसे बड़ी सूती वस्त्र मिल है׀ यह अब सार्वजनिक क्षेत्र में आ गई है׀
  • महाराजा उमेद सिंह मिल्स लिमिटेड( पाली)- वर्तमान में राजस्थान की सबसे बड़ी सूती वस्त्र मिल है׀
  • सार्वजनिक क्षेत्र की सूती वस्त्र मिले हैं-1.  एडवर्ड मिल्स(ब्यावर), 2.  महालक्ष्मी मिल्स( ब्यावर), 3.  श्री विजय कॉटन मिल्स( विजयनगर)
  • पावर लूम सेंटर- किशनगढ़ व भीलवाड़ा

ऊन उद्योग

  • ऊन उत्पादन में राजस्थान का देश में प्रथम स्थान है׀
  • 1965 में बीकानेर में ऊन विश्लेषण प्रयोगशाला स्थापित की गई׀ यहां एशिया की सबसे बड़ी उन मंडी स्थित है׀
  • बीकानेर में सर्वाधिक ऊन उत्पादित होती है׀
  • वूल टेस्टिंग प्रयोगशाला व स्टेट वूलन मिल्स बीकानेर में स्थित हैं׀
  • इंडस्ट्रियल सर्विस सेंटर, भारत वूलन मिल्स व फ्रेंड्स वूलन मिल्स बीकानेर में स्थित है׀
  • अखिल भारतीय ऊन विकास बोर्ड द्वारा अक्टूबर, 1992 में बीकानेर में गलीचा प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की गई हैं׀
  • जोधपुर में 1987 में केंद्रीय ऊन विकास बोर्ड स्थापित किया गया ׀
  • यांत्रिक उत्पादन एवं फ़िनिशिंग केंद्र तथा भेड़ व ऊन प्रशिक्षण संस्थान जयपुर में स्थित हैं׀
  • राजस्थान राज्य सहकारी भेड़ व विपणन संघ लिमिटेड 1977 में जयपुर में स्थापित किया गया ׀
  • खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड जयपुर द्वारा 29 मई, 2001 को बापू कताई घर स्थापित किए गए हैं׀
  • कलंगी संयंत्र( कॉन्बिंग प्लांट) कोटा में स्थित है׀
  • भीलवाड़ा में सिंथेटिक वुल का कारखाना स्थापित है तथा ऊन उद्योग से संबंधित एक विधायन गृह की स्थापना की गई है׀
  •  ऊन उद्योग से संबंधित संस्थाएं- 1.  विदेशी निर्यात आयात  मिल्स- कोटा, 2.   नगरपाल कोंबिंग मिल- कोटा, 3. प्रोसेसिंग हाउस- भीलवाड़ा, 4.  स्टेट टेनरीज लिमिटेड- टोंक, 5. वर्स्टेड स्पिनिंग मिल्स- चुरू व लाडनूं

चीनी उद्योग

  • राजस्थान में सर्वप्रथम 1932 में चित्तौड़गढ़ जिले के भोपाल सागर में निजी क्षेत्र की दी मेवाड़ शुगर मिल्स मिल्स की स्थापना की गई׀
  • 1947 में  दूसरी मिल दी गंगानगर शुगर मिल्स के नाम से गंगानगर में स्थापित की गई ׀ 1 जुलाई, 1956  से यह सार्वजनिक क्षेत्र के अंतर्गत हैं ׀ इस मिल में चुकंदर से चीनी बनाने की योजना 1968 से प्रारंभ की गई׀
  • सहकारी क्षेत्र में केशोरायपाटन सहकारी शुगर मिल लिमिटेड की स्थापना 1965 में बूंदी जिले में की  गई׀ वर्तमान में यह बंद है׀
  • राजस्थान में चीनी उद्योग ऐसा संगठन है׀ जिसमें सार्वजनिक सरकारी निजी तीनो क्षेत्र में उद्योग स्थापित किए गए हैं׀

संगमरमर और ग्रेनाइट उद्योग

  • मकराना (नागौर) में उपलब्ध संगमरमर अपनी गुणवत्ता के लिए विश्व प्रसिद्ध है׀
  • राज्य में सर्वाधिक संगमरमर राजसमंद जिले में उत्पादित होता है׀
  • गुलाबी रंग का ग्रेनाइट जालोर में पाया जाता है׀
  • राजस्थान का सबसे बड़ा ग्रेनाइट प्रोसेसिंग केंद्र जालौर में है׀ जालौर को ग्रेनाइट सिटी भी कहते हैं׀
  • जयपुर में जेम-स्टोन औद्योगिक पार्क की स्थापना की गई है׀
  • अलवर, देवली( टोंक)  में  स्लेटी व सजावटी  पत्थर की इकाइयां है׀

सीमेंट उद्योग

  • मद्रास में सन 1904 में समुद्री सीपियों से सीमेंट बनाने का प्रयास किया गया ׀
  • सीमेंट के निर्माण में चुना पत्थर, जिप्सम,  रेड ऑकर(गैरिक),  लेटेराइट कोयला और मृतिका(मिट्टी) मिट्टी काम में ली जाती है׀
  • राजस्थान में सर्वप्रथम लाखेरी( बूंदी) में 1912-13  में क्लिक निक्सन कंपनी ने सीमेंट संयंत्र स्थापित किया ׀
  •  आजादी के पश्चात राजस्थान में दूसरा कारखाना जयपुर उद्योग लिमिटेड के नाम से 1953 में सवाई माधोपुर में स्थापित किया गया ׀
  • बिरला  जूट के नाम से 10 मई, 1967 में चित्तौड़गढ़ में स्थापित कारखाना चेतक  छाप सीमेंट का उत्पादन करता है ׀
  •  1974 में निंबाहेडा में जे.के. सीमेंट कारखाना खोला गया ׀
  •  ब्यावर में स्थित श्री सीमेंट उत्तरी भारत की सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी है׀
  •  राजस्थान में सर्वाधिक सीमेंट चित्तौड़गढ़ जिले में उत्पादित होता है׀
  •  राजस्थान में सफेद सीमेंट का सबसे प्रसिद्ध व  सबसे पहला कारखाना गोटन( नागौर) में स्थित है׀
  •  2002 में मांगरोल में सफेद सीमेंट का कारखाना खोला गया ׀
  •  खारिया खंगार जोधपुर में सफेद सीमेंट( बिरला) का तीसरा कारखाना स्थापित किया गया जो राजस्थान का सफेद सीमेंट का सबसे बड़ा कारखाना है׀

प्रमुख सीमेंट कारखाने-

  1. मंगलम सीमेंट लिमिटेड- मोडक( कोटा)  
  2. बांगड़ सीमेंट- पाली 1996 
  3. बिनानी सीमेंट लिमिटेड- पिंडवाड़ा( सिरोही) 1997  
  • पोजलाना, पोर्टलैंड सीमेंट की किस्में है׀
  • राजस्थान सीमेंट उत्पादन क्षमता में देश का सबसे बड़ा राज्य है׀
  • सीमेंट उत्पादन के लिए राजस्थान की ओर सीमेंट कंपनियों के आकर्षण का मुख्य कारण यहां लाइमस्टोन की प्रचुर उपलब्धता है׀ सीमेंट उत्पादन में प्रमुख तत्व लाइमस्टोन होता है׀ 1 टन सीमेंट के उत्पादन के लिए 1.6 टन लाइमस्टोन की आवश्यकता होती है׀

नमक उद्योग

  • भारत में सर्वाधिक नमक उत्पादन गुजरात में होता है׀
  • सांभर झील देश का सबसे बड़ा आंतरिक नमक का स्त्रोत है׀ यह अकेली झील देश के कुल नमक उत्पादन का 8.7% उत्पादन करती हैं׀
  • राजस्थान की खारे पानी की झीलों से भारत के कुल नमक उत्पादन का लगभग 11% नमक उत्पादन होता है׀
  • राजस्थान देश में नमक उत्पादन की दृष्टि से चौथे स्थान पर है किंतु झीलों से नमक उत्पादन में राजस्थान का प्रथम स्थान है׀
  • राजस्थान में तीन नमक के कारखाने सार्वजनिक क्षेत्र में कार्यरत हैं जो निम्न है- 1.  सांभर साल्टस लिमिटेड( सांभर, जयपुर) 2.  पचपदरा( बाड़मेर) 3.  राजस्थान स्टेट केमिकल वर्क्स( डीडवाना)
  • सांभर साल्टस लिमिटेड हिंदुस्तान साल्टस की सहायक कंपनी है׀
  • राजस्थान सरकार द्वारा संचालित राजकीय लवण स्रोत डीडवाना के पचपदरा हैं׀
  • रसायन उद्योग स्टेट केमिकल  वर्क्स की स्थापना 1964 में डीडवाना( नागौर) में की गई׀
  • राज्य में दो  आयोडाइज्ड नमक के कारखाने डीडवाना में बाड़मेर के पचपदरा में(  साम्बरा व हीरागढ़)  स्थित है׀
  •  पंचपदरा झील में खारवाल जाति के लोग नमक तैयार करते हैं׀
  •  सांभर झील में वायु प्रवाह विधि (रेश्ता) द्वारा नमक प्राप्त किया जाता है׀
  •  सांभर झील में वाष्पीकरण विधि (क्यार) द्वारा मार्च से जुलाई के मध्य नमक तैयार किया जाता है׀
  •  पानी में से फ्लोराइड को कम करने के लिए काम में ली जाने वाली तकनीक के नालगोंडा है׀

कांच उद्योग

  • कांच क्षेत्र के उद्योग में धौलपुर का प्रथम स्थान है׀
  • धौलपुर में ग्लास उद्योग के केंद्रीयकरण का कारण  यहां श्रेष्ठ किस्म के बालू उपलब्ध होना है׀
  •  दी हाई टेक्निकल प्रिसिजन ग्लास वर्क्स( हाईटेक) धौलपुर में सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है׀ यह दी गंगानगर शुगर मिल्स लिमिटेड के अधीन है׀
  •  समकोर ग्लास इंडस्ट्रीज ( कोटा)  में  टी.वी. पिक्चर ट्यूब का उत्पादन  होता है׀

वनस्पति घी उद्योग

  • राजस्थान में सर्वप्रथम वनस्पति घी का कारखाना 1964 में भीलवाड़ा में खोला गया ׀
  •  विश्वकर्मा क्षेत्र( जयपुर)  में स्थित वीर बालक नामक वनस्पति तेल  की फैक्ट्रियां हैं׀

इंजीनियरिंग उद्योग

जयपुर में स्थित उद्योग-

  1. नेशनल इंजीनियरिंग  इंडस्ट्रीज- बाल बियरिंग बनाने वाली एशिया की सबसे बड़ी कंपनी है׀
  2.  जयपुर मेटल्स- बिजली के मीटरों के निर्माण से संबंधित
  3.  कैप्सटन मीटर कंपनी(जयपुर, पाली)- पानी के  मिटरों का निर्माण
  4. मान इंडस्ट्रियल कारपोरेशन- लोहे का सामान व आरती खिड़कियों का निर्माण
  5. राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन- टेलीविजन सेटस निर्माण

सिमको रेलवे वैगन कारखाना भरतपुर में स्थित हैं׀

भिवंडी में राजस्थान टेलीफोन लिमिटेड संयंत्र द्वारा टेलीफोन उपकरण बनाए जाते हैं׀

उर्वरक उद्योग

  • उदयपुर, कोटा, खेतड़ी तथा गंगानगर में फास्फेट उर्वरक कारखाने स्थापित किए गए हैं׀
  • राज्य में उर्वरक बनाने के कारखानों की संख्या सर्वाधिक उदयपुर जिले में है׀
  • राजस्थान में रसायन उद्योग का कारखाना भीलवाड़ा में मोदी अल्केलिज एंड केमिकल्स के नाम से स्थापित हैं׀
  • उदयपुर व भीलवाड़ा में कैल्शियम कार्बाइड के कारखाने हैं׀

राजस्थान में उर्वरक बनाने वाले प्रमुख उद्योग –

  1. चंबल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड- गडेपान( कोटा)
  2.  श्री राम फ़र्टिलाइज़र्स- कोटा
  3. जीवन फ़र्टिलाइज़र्स- कोटा
  4. रामा फास्फेट- लकड़वास( उदयपुर)
  5.  पाइराइट एवं  फासफेराइट  लिमिटेड- नीमकाथाना( सीकर)
  6.  गायत्री स्पिनर्स लिमिटेड- हमीरगढ़( भीलवाड़ा)

राजस्थान में उद्योग

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